A place of pouring emotions
मुफ़्लासि की कीमत हमने बहुत हे चुकाई तेरे हर झूठे वादे पे हे अपनी जान लुटाई लेकिन बस अब बहुत हुई भरपाई सत्ता के गलियारों में देगी इसबार हमारी धमक सुनाई।
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