Saturday 27 December 2014

मै झूठ बोल रहा हूँ


नमस्कार दोस्तों

मै झूठ बोल रहा हूँ।कई लोग हैरान होंगे की अभी तो इसने बोलना भी शुरू नहीं किया और बोल रहा हे झूठ बोल रहा हूँ।अरे भाई, मै writer नहीं बोल रहा हूँ, मै सच में झूठ हूँ, और झूठ ही बोल रहा हूँ, कृप्या इसे सच समझ ने की गलती न करे,वरना सच को तकलीफ होगी।मै वही झूठ बोल रहा हूँ जो सरकार आपसे अपने manifesto में बोलती हे,वही झूठ जो हर रोज आप अपने बॉस से, और बॉस आपकी increment को लेकर आपसे बोलता हे,।मै वही झूठ हूँ, जो पति अपनी पत्नी से,बंदा अपनी बंदी से,गन्जा अपनी कंघी से,दलाल अपनी वफ़ादारी से, जीजा अपनी शाली से, डॉक्टर अपने रोगी से, बाबा अपने भोगी से,नेता अपने चमचो से, बोलता हे, ।मै वही हूँ, जिसने आपकी जबान को अपना घर बना रखा है,आपके दिल और दिमाग को मैला कर रखा है,आपको खुद से ही चौकना कर रखा है ,जिसको बोले बिना आपका खाना हजम नहीं होता,दिल को सुकून नहीं मिलता और मुँह को चैन नहीं मिलता।



चलो परिचय बहुत हुआ अब मुददे पे आते है,अभी पिछले दिनों मै एक five star होटल में बेठकर अपने stats चेक कर रहा था,देख रहा था की कितने लोग मुझसे जुड़े,और मुझे यह  जानकर और भी ख़ुशी हुई, की 3-4 साल के बच्चे जिन्होंने अभी बोलना शुरू ही किया था वो भी मुझे follow कर रहे है।मेरे follower और मुझे श्रद्धा भाव अर्पित करने वालो की गिनती अरबो में पहुँच गयी है,और जबसे यह fb,twitter,whatsapp जैसे लोग मेरे साथ जुड़े है,मेरे व्यपार में दिन दोगाने,रात चौगनी बढ़ोतरी हुई हे, और हो भी क्यों नहीं , सरकार अपनी है, सरकार में लोग अपने हे,समाज अपना है ,समाज में लोग अपने हे,दिल अपना हे,हर जबान अपनी हे,तो हमारी company की progress तो बनती हे साहब,।।



अभी पिछले दिनों हमने अपनी कंपनी की tagline निकली एक वीडियो के साथ ,जिसको utube पे लाखो लोगो ने view और like किया।हमारी tagline थी"किसी झूठ से अगर किसी को फायदा होता हे,तो वो झूठ नहीं सच हे,और साहब आपका हर झूठ आपकी भलाई के लिए ही होता हे, वरना आप बिना बात के झूठे कहलाना थोड़े ही पसंद करोगे, तो चालू रखो अपनी भलाई की सप्लाई हमारे नेटवर्क के साथ।।।
कई नादान परिन्दे मुझसे अक्सर पूछ लेते हे, की झूठ भाई , आप आज कल नज़र नहीं आते , क्या बात हे? मै सीधा सीधा जबाब देता की मेरी औकात बढ़ गयी हे,आज कल मै फाइव स्टार होटल के ac वाले कमरो में मिलता हूँ, और रही बात मुझको देखने की, तो जो आप serial, या प्रोग्राम देखते हो, वो क्या हे,। उस पुरे प्रोग्राम में ,मै ही तो मै हूँ,और उन प्रोडक्ट में भी जो आपको सुन्दर बनाने की,बालो पे jungle उगाने की,muscle बनाने की,ताकत दिलाने की,हर प्रॉब्लम से बचने की guarntee देते हे। हाँ कुछ kinley वालो जैसे प्रचार भी होते हे,जो सच बोलने को बढ़ावा देते हे,जो अपने प्रचार से सच बोलने को बढ़ावा देते हे,उस सच को जो आज से कुछ सालो पहले तक मेरा बड़ा भाई हुआ करता था,पर आज cancer से लड़ रहा हे,उस सरकरी हॉस्पिटल में जिसकी लापरवाही को वो खुद सबके सामने लाया था, मुझे वो प्रचार बिलकुल पसंद नहीं जो,अच्छाई फेलाते हे,प्यार का सबक दे जाते हे,दिल को छू जाते हे,।।दर्द होता हे,नफरत होती हे क्योंकि हर एक अच्छा शब्द कइयो को जोड़ देता हे, जिससे मेरी कंपनी के दाम गिर जाते हे।
और आज हम सर्कार से मांग करते हे,की ऎसे प्रोग्राम को बंद करना चाहिए,आखिर लोग झूठ बोलना चाहते हे,सच बोलने वाली चीज़े उन्हें भर्मित कर सकती हे,और अगर सर्कार ने हमारी मांगो को नहीं माना, जो हम धरना करेगे जी,जंतर मंतर पे,हमारी अव्वाज़ को आप दबा नहीं सकते जी,।।


अंत में एक शेर
इस खुदकर्ज़ दुनिया में थोडा खुदगर्ज तू भी हो जा
वर्ना यह दुनिया
तुझे खुदी से जीने नहीं देगी


धन्यबाद दोस्तों,
फिर मिलेंगे

Tuesday 23 December 2014

Difference in spoken word and action


जबसे तेरी कथनी और करनी में फर्क दिखने लगा ।
तबसे तेरे अच्छे कामो में भी मुझको शक होने लगा ।
और नहीं जानता, यह तेरी गलती हे या मेरी
पर तेरी बातो का असर ,अब काम होने लगा ।।।।

औकात


कल तक जो हमारी औकात पूछते थे
आज अपने आस्तित्व को लड़ते हे
फर्क उनमे और हममे सिर्फ ही था
वो ढीगे हाकते थे
हम कर के दिखाते हे।।।।

Thursday 11 December 2014

Happy New year


Hello guys, 
Now,the time has come to greet all you guys "A Happy New Year" in advance because this is the right time to say this to all of my friends,colleagues of my virtual world.
Thanks for supporting me and showing a love toward my blog.I am very grateful to you,from the core of my heart.
The question arises Why happy new year now? The answer is this is my last blog of this year and will meet you guys in the new year.fortunately , the title over which I am going to write is 10 things, you want to dump this year.
the term dump is seems to be negative one, so let's us change the topic by saying " what 10 new thing you want do  this year.The purpose of writing resolution now is that I have to prepare myself or make myself ready for the changes both physically and mentally,because the  changes are painful and unacceptable .
The list of 10 new things which I want to do this year is---------

1.decision taking process:-I m always in deleema and uncapable of taking quick and right decision and that's the reason my most of the work remain pending. The biggest obstacle in my progress  is my uncapabilty in taking decision.


2.use commute time:- in college life ,one has plenty of time to  .some use it and some person like me just waste it. This is my pledge of using my time productively and effectively from now.


3.working on my physical appearance:- first impression is the last impression and the first impression is of ur body gesture . I have to work on this.


4.Good hold on both the language :- I know I can write far better than what I write now but the problem arises is my weak vocalubary and I have to strong it.


5.improving my handwriting:- by seeing my handwriting people always says if there is a Nobel prize for bad handwriting , u definetly get it. How shameful it for me...but I m working on it and damn sure that he(my handwriting) will get well soon.


6.study hard:- yesterday, I got my internal marks, it is quite shameful to see this.this is all due to my careless nature toward my studies. I have to focus on it hardly.


7.follow my time table:- I make time table every days this statement proves my intention toward my nature of following my time table.what say next


8.making good friends:- I m very choosey in making friends and that's the reason I have only few friends .I have to make my circle large.


9.spending some time with my family :- this is all what I can do to make my family a little happy than what they are.

10.living my childhood again :- now a days, I m feeling little stress full that's why u have to live my childhood again. Don't misinterrupt it. I just want to play , laugh loudly ,sing loudly and feel the beauty of nature.


This is all what I have to do this year. May this year bring prosperity&,happiness in my life and to ur also.


And at the end,
Happy new year

Wednesday 10 December 2014

Daily pics



These are the daily pics of my newly born cousin.

तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती, नाज़रे हम क्या देखे
तुझसे मिल के भी प्यास नहीं बुझती,
नाज़रे हम क्या देखे।
यह सिर्फ हिट फ़िल्म की लाइने नहीं है, बल्कि आज  यह यह लाइने हकीकत तब बन गयी, जब आज मै पहली बार अपने नन्हे भाई से मिला।इस खूबसूरत , प्यारी और अदभुत दुनिया  को और भी प्यारी और खूबसूरत बनाने के लिए वो इस दुनिया में तो 6 महीने पहले ही आ गया था, पर मेरी दुनिया में उसका गृह प्रवेश आज हुआ था,  आज काफी अरसे बाद हमारी दौड़ती हुई जिंदगी ठहर गयी थी, सब के चेहरे पे एक मुस्कान थी, सब में एक होड़ लगी थी उसको प्यार करनी की, उसको खिलने की, अपने हाथो के बने झूले में उसको खिलने की, और जो मेरी तरह थे , वो इस जल्दी में थी की कितने जल्दी इसके साथ सेल्फ़ी खीज के fb पे अपडेट किया जाये, उस अकेले ने आज मेरे पुरे परिवार को एक धागे में बाँध दिया था। सब आज खुल के हँस रहे थे , अपने बचपन की यादो को ताज़ा कर रहे थे, या यह कहा जाये की उसके  सहारे अपने बचपन को जी रहे थे, तो कुछ भी अतिसोक्ति नहीं होगी, नाम उसका अभी तक नहीं पड़ा था पर आज गुमनामी की मै जी रहा था, सभी उसको प्यार करने में लगे थे और मै अकेला अपनी बारी का इंतिज़ार कर रहा था,एक अजीब  सा तेज था उसमे , जिसके बारे में लिख पाना मुमकिन नहीं पर हां उसको देखते ही एक तस्वीर जरूर बन गयी है मन में, उसको खिलाने में तो खूब माज़ा आता है पर एक डर लगा रहता है की कही सुसु न कर दे, वर्ना बदनामी हो जाती हे,।


आज कल मेरे मन ने ख्याल खूब आते हे पर शब्द् कम पढ़ जाते हे लिखने को, लिखुगा कभी उसके बारे में खुल कर, पर अभी नहीं क्योंकि वक़्त नहीं मिलता उससे....

.थैंक गॉड फॉर सुच अ नीइस गिफ्ट।

Friday 5 December 2014

Smile please

सुना हे,की आज कल मेरे घर पे चप्पलो का ढेर काफी है

चलो पता तो चला, की मेरी कविताओ का ख़ौफ़ बाकि है

और जब जब गलियों से निकलू मै

,सन्नाटा छा जाता हे ,कोई नजर नहीं आता है

, कुत्ते भी दुबक जाते हे, पत्ते खुद से लिपट जाते हे, 

हवाए रुख बदल लेती हे, घटाए सूरज को ढ़क लेती हे,

घड़ियां भी सुन हो जाती हे , चिड़िया पतंग हो जाती हे
,
मंजर भूतिया हो जाता हे,और भूत भी डर कर हनुमान चालीसा गाता हे,

और शायद उन्हें डर इस बात का हे,की कही उनकी आवाज़ों को अपनी वाह वाही ना कह दू,

उन्हें अपनी अगली कविता का शिकार न कर दू



और सुना हे,की आज कल शहरो में दंगे नहीं होते हे

क्योंकि वो(दंगाई)गालियो की जगह मेरी कविताये ही तो कहते हे

और सुनकर मेरी कविताये ,वो इस हालत में ही नहीं रहते की कुछ कर पाये

शुक्र हो खुदा का जो अस्पतालों में जगह पाये

वरना मेरे शिकार को तो पानी भी नसीब न हो पाये

और कब्र में दुबारा मर दिए जाए,गलती से जो मेरी कविता गुनगुनाये

मेरी कविताओ पे सबने आपत्ति जाता रखी हे

मुझ बेचारे पर अकेले धारा 144लगा रखी हे

और सरकारे भी आजकल मुझ से ख़ौफ़ खाती हे

वपक्षि पार्टीया रैली को फ्लॉप करने के लिए चंदा दे जाती हे

मुझे देखते ही सावधानी हटी,दुर्घटना घटी के नारे बुलंद होते हे

मेरे उपचार के सारे दावे विफल होते हे ,
सारे दावे विफल होते हे

                              To be cont.

Thursday 4 December 2014

Meri virtual duniya


जब जब इस जालिम दुनिया ने मुझे तन्हा किया

तब तब,  अपनी तन्हाइयो संग  मैने इक नयी दुनिया बसा ली।

जहाँ सिर्फ मै हूँ, मै हूँ और सिर्फ मै हूँ

जब मुस्कुराना चाहता हूँ,तो यादो का मुख मोड़ लेता हूँ

और जब मुरझाना चाहता हूँ, तो कल की सोच लेता हूँ

खुश हूँ या दुखी हूँ,नहीं जानता

पर तसल्ली इस बात की है,क़ि जहाँ हूँ, अकेला नहीं हूँ मै

मेरे संग मेरी रुस्वाईया,तन्हाईया,यादेँ सब है, नहीं हे तो बस तू,सिर्फ तू।

क्योंकि इक तू ही तो है जिसने मुझे ख़ुदग़र्ज़ बनाया

मेरे हर एमोशन्स (emotion) को smiley से समझाया

....तू ही तो हे जिसने व्यर्थ की बातो से मुझको उलझाया

अरे!तू ही तो हे जिसने मुझे इस सच्ची दुनिया का सच्चा इन्शान बनाया।

ताब्दील्या बहुत हे आई तुझसे मिलने के बाद

पहले रोता था, अब मुस्कुराता हूँ, बिछड़ने के बाद

पहले जो था, सो था ,अब  चहेरे बदलता हूँ, हरेक से मिलने के बाद

मदत ,मदत तो मै पहले भी करता था ,गरेओ की,

बस अब नाम याद रखता हूँ मद्त करने के बाद।।।।।।

Wednesday 3 December 2014

Some times, its happen to me


      अक्सर लोग  मुझसे रूढ़ जाते हे
      दिल में पलते हर इक जज़्बात टूट जाते हे
    और ,ना जाने क्यों ,मेरी हालातो से बेख़बर होकर वो
      मुझसे बीछड़ने का जशन मनाते हे।।